शायद…

आँखों मैं तूफ़ान सा था,चेहरे पर मुस्कान तोह नहीं थी,माथे पे शायद सवाल था… मैं कोशिश करता था पढ़ने की,पन्ना पर वह पलट देती,हलकी सी मुस्कराहट शायद,तब वह पेहेन लेती … मुस्कुराया मैं एक दिन,शायद नहीं मुस्कुराना था,परदा कर लिया उसने पल मैं,सारा शायद आँखों मैं अफ़साना था… अब मैं उससे गुफ़्तगू,ज़रा सी, आँखों से … Continue reading शायद…

मेरी आधी खुशी

आज सुबह कॉलेज की तरफ से क्लास को लोनावला ले जा रहे हैं। विद्यार्थियों को personal growth lab की एक field trip के ज़रिए ज्ञान बाँचा जाएगा। मेरे लिए ये ठीक वैसा ही trip था जैसा मैंने 2013 में शांतिवन में journalism के एक ऐसे ही trip में जा कर की थी। It's like living … Continue reading मेरी आधी खुशी